वो न जाने
क्यों आज भी
देखते हैं मेरा
फेसबुक अकाउंट को
अकेले में
जिन्होंने डाल दिया था मुझ को इस दोस्ती-प्यार-महोब्बत के झमेले में
मुझसे दूर है सालो से और मेरा हाल देखने वो यहाँ अक्सर चले आते है
उनसे कह दो जिंदा है तम्मा और सदा ज़िंदा ही रहेगा ज़िन्दगी के रेले में
तुम्हे तो क्या? सब को माफ़ करके मैं एक नई राह की और चल पड़ा हूँ
अब खुश रहो आबाद रहो मगर अब दिल से साफ़ रहो अपनों के मेले मे
शायर©तम्मा भाई
जिन्होंने डाल दिया था मुझ को इस दोस्ती-प्यार-महोब्बत के झमेले में
मुझसे दूर है सालो से और मेरा हाल देखने वो यहाँ अक्सर चले आते है
उनसे कह दो जिंदा है तम्मा और सदा ज़िंदा ही रहेगा ज़िन्दगी के रेले में
तुम्हे तो क्या? सब को माफ़ करके मैं एक नई राह की और चल पड़ा हूँ
अब खुश रहो आबाद रहो मगर अब दिल से साफ़ रहो अपनों के मेले मे
शायर©तम्मा भाई